राशि और ग्रहों का वर्णात्मक विभाजन Rashi Aur Grahon Ka Varnatmak Vibhajan
प्रिय पाठकों नमस्कार🙏
राहु और केतु को वर्णनात्मक विभाजन में नहींं रखा गया है।
आज हम राशियों का वर्णनात्मक विभाजन के बारे में जानेंगे---
किसी भी जातक के स्वभाव के बारे में जानने के लिए ज्योतिष शास्त्र में वर्णों का भी विचार किया जाता है इससे जातक का स्वभाव कैसा है यह हमें कुछ हद तक पता चल जाता है।
जैसे की हम सभी जानते हैं वर्ण चार होते हैं ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र।
ज्योतिष शास्त्र में १२ राशियों को इन्हीं चार वर्णों में विभाजित किया है जो इस प्रकार है।
राशियों का वार्णात्मक विभाजन :-
ब्राह्मण वर्ण | कर्क, वृश्चिक और मीन ये सभी सम राशि है यह सौम्य और स्त्री प्रधान राशि मानी गई है। यह जल तत्व की राशियां है |
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क्षत्रिय वर्ण | मेष, सिंह और धनु यह सभी विषम राशियां है यह क्रूर और पुरुष प्रधान राशिया है। यह अग्नि तत्व की राशियां है |
वैश्य वर्ण | वृषभ, कन्या और मकर ये सब राशि सम राशि है तथा सौम्य और स्त्री प्रधान राशि है। यह पृथ्वी तत्व की राशियां है। |
शूद्र वर्ण | मिथुन, तुला और कुम्भ यह सभी विषम राशियां है यह क्रूर और पुरुष प्रधान राशिया है। यह वायु तत्व की राशियां है। |
जिस जातक की जो राशि होगी उसी राशि के वर्णनात्मक उसके स्वभाव का विचार किया जाता है।
उदाहरणार्थ :-
यदि क्षत्रिय के घर कर्क राशि का जातक जन्मा है तो यहां कर्क राशि ब्राह्मण वर्ण की है अतः जातक का स्वभाव सौम्य होगा उसमें क्षत्रियों वाला उग्र स्वभाव नहीं होगा बल्कि शांत स्वभाव का होगा और उसके विचार ब्राह्मणों जैसे होगे यानि जातक जन्म से क्षत्रिय तो होगा पर उसके कर्म ब्राह्मण जैसे रहेंगे।
जैसे सिंह राशि क्षत्रिय वर्ण की है यदि ब्राह्मण के यहां सिंह राशि में बालक का जन्म हो तो परिवार की ओर से तो वह बालक ब्राह्मण होगा किंतु भीतर से वह क्षत्रिय स्वभाव वाला भी होगा। ब्राह्मण घर में जन्म लेने से उसकी बुद्धि में ब्राह्मण का स्वभाव होगा किंतु राशि से मिले क्षत्रिय वर्ण से बुद्धि में उग्रता होगी ।
अब बढ़ने वाला बच्चा परिवार की ज्ञान भक्ति साधना से प्रभावित होता है तो वह राशि से मिले वर्णों को काफी सीमा तक दबा देगा।
ज्योतिष शास्त्र में राशियों कि तरह ग्रहों का भी वर्णनात्मक विभाजन किया गया है।
जो इस प्रकार है :-
राशियों का वर्नात्मक विभाजन :-
ब्राह्मण वर्ण | बृहस्पति और शुक्र |
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क्षत्रिय वर्ण | सूर्य और मंगल |
वैश्य वर्ण | चंद्रमा और बुध |
शूद्र वर्ण | शनि |
राहु और केतु को वर्णनात्मक विभाजन में नहींं रखा गया है।
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